मोटापा आज के समय में एक ऐसी समस्या और बीमारी है, जिससे की पुरे विश्व का हर दूसरा तीसरा व्यक्ति परेशान है। मोटापा सिर्फ शारीरिक समस्या नही है ये तो वो स्थिति है जब हमारा शरीर अत्यधिक वसा एकत्रित करके अति वजनी या भारी दिखने लगता है। साथ ही साथ यह हमारी मानसिकता पर भी अपना असर दिखाता है। मोटापा की वजह से जब हम अपने मन मुताबिक कुछ नही कर पाते तो ऐसी स्थिति में हमारे आत्मविश्वास पर भी असर दिखने लगता है। जैसे की मनपसंद कपड़े नही पहन पाना, मनपसंद खाना नही खा पाना, अपने मन के अनुसार जीवन नही जी पाना इत्यादि हमारे आत्मविश्वास को बुरी तरह से प्रभावित कर देता है। दोस्तों या मित्रो के द्वारा मोटा कहकर मजाक उडाना भी हमे बहुत बुरा लगने लगता है जो समाजिक तौर पर भी हमारे मनोबल को कमजोर करता है। लोगो की मानसिकता भी ऐसे लोगो के लिएअलग ही हो जाती है, मोटे लोग को लोग आलसी समझने लगते है और ये सब प्रस्थितिया मानसिक और शारीरिक दोनों तरह से बहुत ही असर दायक होती है।
मोटापा के कारण हमारी पर्सनालिटी भी दिखने में अच्छी नही लगती है और हम हीनभावना के शिकार हो जाते है। कभी कभी लोग मोटे लोगो को बहुत ज्यादा खानेवाले व्यक्ति के रुप में भी मजाक उड़ाते है और ऐसे में कुछ लोग अपना मोटापा कम करने के लिएकिसी भी हद तक जाने को तैयार हो जाते है। जबकि ऐसा करना बहुत ही भयावह होता है, ऐसी स्थिति में बहुत सी बीमारियाँ होने का खतरा बढ़ जाता है और कभी कभी ये जानलेवा भी साबित हो सकता है। क्योकिं तरह-तरह के नुस्खे और तरह-तरह की दवाईयां हमारे लिए हानिकारक भी हो सकते है। ऐसे में दोस्तों ये जानने की आवश्यकता है की मोटापा आखिर है क्या, हम कैसे समझे की हमारा वजन अधिक है और इसे कम करने के लिए हमे क्या-क्या करना चाहिए तो आएये आज इसी विषय पर चर्चा करते है
Contents-कंटेंट्स
- 1 मोटापा क्या है? Motapa kya hai in hindi
- 1.1 मोटापा का पैमाना और उससे होनेवाली बीमारियाँ
- 1.1.0.1 आइये जानते है मोटापा दूर करने के 10 उपाय – 10 tips motapa kam karne ke in hindi
- 1.1.0.1.1 (1) योगासन
- 1.1.0.1.2 (3) शारीरिक श्रम
- 1.1.0.1.3 (4) खानपान का रखे ख्याल
- 1.1.0.1.4 (5) गरम पानी का सेवन
- 1.1.0.1.5 (6) साबुत अनाज का प्रयोग
- 1.1.0.1.6 (7) मसालों का प्रयोग
- 1.1.0.1.7 (8) कार्ब्ज का सेवन कम करना
- 1.1.0.1.8 (9) फाइबर का उपयोग
- 1.1.0.1.9 (10) मीठे और नमकीन के अत्यधिक प्रयोग से बचना जरूरी
- 1.1.0.1 आइये जानते है मोटापा दूर करने के 10 उपाय – 10 tips motapa kam karne ke in hindi
- 1.1 मोटापा का पैमाना और उससे होनेवाली बीमारियाँ
मोटापा क्या है? Motapa kya hai in hindi
हमारे शरीर में जब सामान्य से अधिक वसा हो जाता है तो उस स्थिति को मोटापा कहा जाता है। मोटापा और शरीर का वजन बढ़ना (ओवरवेट) को आमतौर पर एक ही चीज समझा जाता है, लेकिन ये दोनों अलग स्थितियां हैं। यदि किसी व्यक्ति का वजन उसकी उम्र और लंबाई के अनुसार ज्यादा तो उसे ओवरवेट कहा जाता है।
मोटापा का पैमाना और उससे होनेवाली बीमारियाँ
दोस्तों आमतौर पर हम ये समझ लेते है की अगर किसी का शरीर भरा-भरा है तो वह व्यक्ति मोटापे का शिकार है लेकिन ऐसा होता नही है। मोटापे का पैमाना जांचने के लिए शरीर के भार और लम्बाई का अनुपात देखना अतिआवश्यक है। तभी हम तय कर पाएंगे की मोटापा है या नही।
- अगर किसी व्यक्ति के शरीर का भार या वजन 55 kg है और उसकी लम्बाई 170 cm है तो वो व्यक्ति मोटापे से ग्रसित है और उसका वजन ज्यादा है। अर्थात BMI (बॉडी इंडेक्स मास) के अनुसार पूरी लम्बाई में से 100 cm को घटा दिया जाये तो जो बचता है उतना ही वजन या भार स्टैंडर्ड या सामान्य वजन होता है और मोटापा नही होता चाहे शरीर कितना भी फुला हुआ हो। वही अगर इस अनुपात से ज्यादा हो तो वजन ज्यादा और कम हो तो वजन कम होता है।अर्थात बॉडी इंडेक्स मास के अनुसार शरीर का भार और लम्बाई के अनुपात ही यह निश्चित करता है की मोटापा है या नही।
- मोटापा अपने आप में एक गंभीर बीमारी है, लेकिन मोटापा के प्रभाव से तरह तरह की बीमारियाँ हो जाती है, जैसे – मधुमेह, उच्चरक्तचाप, हार्ट प्रॉब्लम, कोलेस्ट्रोल, ऑस्टियो आर्थराइटिस, कैंसर जैसी गंभीर बीमारियाँ भी हो सकती है और हो भी जाती है।
मोटापा के कारण | Motapa ke karan
मोटापे के यूं तो बहुत से कारण हो सकते है, लेकिन मुख्य कारणों में अत्यधिक भोजन वसायुक्त भोजन, शारीरिक श्रम की कमी, योग–व्यायाम की कमी, अनियमित दिनचर्या या जीवनशैली, तैलीय पदार्थो का सेवन, मैदे से बने हुए भोजन का अत्यधिक सेवन, कुछ बीमारियों के कारण जो हार्मोनल चेंजेज होते है उसके कारण हुआ मोटापा (जैसे की थायोराएड की बीमारी)। गर्भावस्था के बाद होनेवाला मोटापा। दोस्तों ऐसे बहुत से कारण है जिसकी वजह से मोटापा हो जाता है। दोस्तों आइए हम ऐसे तरीको का उपयोग करके अपने मोटापे को कंट्रोल करने के साथ साथ कम भी कर सकते है।
आइये जानते है मोटापा दूर करने के 10 उपाय – 10 tips motapa kam karne ke in hindi
(1) योगासन
मोटापा को कम करने के लिए योगासन करना बहुत ही महत्वपूर्ण है |कुछ ऐसे आसनों का प्रयोग करके हम मोटापा से छुटकारा पा सकते है।
(A) वज्रासन (B) साइक्लिंग (C) सूर्य नमस्कार (D) नौकासन
(2) प्राणायाम
कपालभाती, उज्जायी प्राणायाम, अनुलोम–विलोम और भस्त्रिका जैसे प्रणायाम को करके भी मोटापे को कम किया जा सकता है।
(3) शारीरिक श्रम
मोटापे को दूर करने या कम करने के लिएशारीरिक श्रम भी अति आवश्यक है। पैदल चलना, तेज वाकिंग करना, रस्सी कूदना, दौड़ना जैसे शारीरिक कार्यों को करने से भी वजन कम होता है।मशीन के बजाय घरेलू कार्यों को खुद से करके भी वजन को कम किया जा सकता है। जैसे की कपडे धोना, घर की सफाई करना, बागवानी करना, कपड़े इस्त्री करना, लिफ्ट के बदले सीढ़ियों का उपयोग करना इत्यादि कार्यो को करके भी वजन को कम किया जा सकता है।
(4) खानपान का रखे ख्याल
मोटापा को कम करने के लिए डाइटिंग करना सही नही होता है, इसके बजाय कम तेल–मसाले युक्त भोजन का सेवन करना उचित होता है। मैदा से बनी चीजों जैसे ब्रेड, पिज्जा,बर्गर का सेवन कम से कम करना चाहिए। अगर संभव हो तो नही लेना चाहिए। फल और हरे साग–सब्जियों का भरपूर मात्रा में सेवन करना चाहिए। सब्जियों को सूप के रूप में और फलों को जूस के रूप में भी प्रयोग किया जा सकता है और ये हमारे लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। सेव के सिरके का प्रयोग बढ़े हुए वसा (फैट) को कम करने में सहायक होता है। दलिया, ओट्स, उपमा, पोहा जैसे जल्दी पचनेवाले भोज्य पदार्थो का सेवन फायदेमंद होता है। वैसे ही ग्रीन टी, ब्लैक टी, गरम पानी का सेवन निम्बू और शहद के साथ बेहद फायदेमंद होता है।
(5) गरम पानी का सेवन
मोटापे को कम करने के लिए गरम पानी बहुत ही फायदेमंद होता है। मोटापे को दूर करने के लिए गरम पानी का सेवन यूं तो प्रतिदिन जरुर करना चाहिए। लेकिन अगर सुबह खाली पेट गरम पानी के साथ निम्बू और शहद का प्रयोग किया जाये तो यह अत्यधिक फायदेमंद होता है। मधुमेह के रोगियों को शहद नही लेना चाहिए, लेकिन सिर्फ गरम पानी और निम्बू का प्रयोग भी बहुत फायदेमंद होता है।
(6) साबुत अनाज का प्रयोग
साबुत अनाज में कैलोरी और कार्ब्ज कम होते है, तो यह मोटापे को घटाने में सहायक होता है।मूंग, चना, गेहू, सोयाबीन के बीज और बादाम (ALMOMD) को भींगो दे, फिर उसका उपयोग SPROUT के रूप में करे तो इसमें मौजूद फाइबर भी बहुत ही लाभकारी होता है।
(7) मसालों का प्रयोग
हमारे किचन में बहुत तरह के मसाले होते है, जो हमारे मोटापे को दूर करने में हमारी बहुत सहायता करते है। लचीनी, सौफ,आजवाईन, हींग, कलौंजी, सेंधा नमक जैसे कुछ मसाले है जिनके प्रयोग से हम मोटापे को कम कर सकते है। दालचीनी का पाउडर बनाकर उसे खाली पेट गरम पानी के साथ प्रयोग करे। इससे हमारा मेटाबोलिज्म सही ढंग से काम करने लग जाता है और मोटापे को घटाने में सहायक होता है। ठीक इसी तरह सौफ का सेवन खाना खाने के बाद साबुत या उबले हुए पानी के रूप में प्रयोग करने से लाभ देता है। इसके सेवन से हमारी पाचनक्रिया तेजी से काम करने लगती है जो हमारे मोटापे को घटाने में अति सहायक होती है। हींग, कलौंजी और आजवाइन का प्रयोग भी इसी तरह से करके हम अपना वजन आसानी से कम कर सकते है।
(8) कार्ब्ज का सेवन कम करना
दोस्तों हमारे मोटापे को बढ़ने में कार्ब्ज की भी एक अहम् भूमिका होती है। अनेक शोधो से पता चलता है की कार्ब्ज का सेवन यदि कम मात्रा में किया जाए तो शरीर के भार में कमी जरुर आती है। चीनी या चीनी से बने मीठे पदार्थ मोटापे को बढ़ाने में और भी सहायक होते है। इसलिए अगर कुछ दिनों तक चीनी या चीनी से बने पदार्थो का सेवन बंद कर दिया जाए तो फर्क अवश्य दिखता है और मोटापा कम होने लगता है। अगर इन कार्ब्ज को छोड़कर अंडे, मछली, साबुत अनाज, दूध और दही का प्रयोग किया जाए तो यह मोटापे को दूर करने में अति सहायक होता है।
(9) फाइबर का उपयोग
मोटापे को कम करने में फाइबर की भूमिका भी अति महत्वपूर्ण होती है। फाइबर का उपयोग अत्यधिक मात्र में करने से भी मोटापा घटाने में सहायता मिलती है। इसमें मौजूद (SOLUBLE FIBER) और (INSOLUBLE फाइबर) हमे यह एहसास कराता है की हमारा पेट भरा हुआ है और ज्यादा भूख भी महसूस नही होती है जिससे हम अत्यधिक खाना खाने से बचे रह सकते है। कच्ची सब्ब्जियाँ और फल जैसे – खीरा, तरबूज, गाजर जैसी फाइबर युक्त चीजों से बना सलाद भी भूख को कम करके पेट को भरा–भरा भी महूसस कराता है। जिससे ओवर ईटिंग से बचा जा सकता है, और बढे हुए वजन को कंट्रोल किया जा सकता है।
(10) मीठे और नमकीन के अत्यधिक प्रयोग से बचना जरूरी
मोटापे में अत्यधिक मीठे या मीठे पदार्थो का सेवन जैसे चीनी या चीनी से बनी मिठाईया, चीनीयुक्त चाय, खीर, केक, पेस्ट्री, आइसक्रीम, चोकलेट जैसे चीजों के ज्यादा प्रयोग से भी मोटापा बहुतज्यादा बढ़ता है। अगर मोटापा है तो उसे बढ़ने में यह और भी सहायक होता है।इसिलिए मोटापे से ग्रसित लोगो का मीठे का सेवन कम करना चाहिए या नही खाना चाहिए। ठीक वैसे ही नमक या नमकीन पदार्थो का सेवन भी संतुलित मात्रा में करना चाहिए। नमक में सोडियम पाया जाता है और इसके अधिक सेवन से शरीर फूलने लगता है अर्थात सूजन होने की भी संभावना हो सकती है। इसिलिए नमक का सेवन भी संतुलित मात्र में करना चाहिए।
दोस्तों उपरोक्त बातों के साथ-साथ मानसिक रूप से तैयार होना अति आवश्यक होता है। अगर मोटापा को कंट्रोल करना है तो मानसिक तैयारी भी आवश्यक है क्योकिं बहुत सी परेशानिया होती है तो इनका सामना करते हुए अपने मोटापे को कम करने के लिएअपने आपको मानसिक रूप से दृढ होना सबसे महत्वपूर्ण है। क्योकिं अपना मनपसंद भोजन छोड़ना, योगासन करना हो या फिर पूरा रूटीन ही क्यों न चेंज करना पड़े, हर हाल में अपना वजन कम करना है, तो इस दृढ निश्चय के साथ रूटीन का पालन किया जाये तो हमारा मोटापा चाहे कितना भी हो कम होकर एक दिन ख़त्म हो ही जाता है और हमारा शरीर पूरी तरह फिट हो जाता है।
तो दोस्तों कैसी लगी आप सबको मेरे द्वारा दी गई जानकारी। अगर अच्छी लगे तो प्लीज़ कमेंट करें और साथ ही अपने दोस्तों के साथ शेयर जरुर करें। ऐसी ही जानकारी के लिए मुझे फॉलो जरुर करें। –
हेलो दोस्तों, मै नवेदिता कुमारी “अच्छी and healthy जानकारी” की author हूँ | मेरे इस ब्लॉग पर आपको heath, beauty, lifestyle, Devotional (धार्मिकता से जुड़े), curiosity से जुड़ी सभी जानकारी मिलेगी, जिसे आमतौर पर आप google में ढूढ़ते है |
Bhut hi achhi jankari hai
Bhut hi achhi jankari hai
Thank u
https://www.indiatimes.com/technology/science-and-future/nasa-pic-black-hole-eating-star-549723.html
Incredible Post
Very Nice Post about fat
Good Post 👍
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Good information thankyou mam
Good very informative
Good information, nice post
Bahut sachi jankari
धन्यवाद, ऐसे ही जुड़े रहे अन्य ज्ञानवर्धक जानकारी के लिए |