Hemoglobin Deficiency :- वैसे तो बहुत बड़ी बीमारी नही है, एक सामान्य समस्या के जैसा है, लेकिन यह कई बड़ी और जानलेवा बीमारियों की वजह जरुर बन सकता है। यहां जाने हिमोग्हलोबिन की कमी को दूर करने के कुछ बेहद आसन टिप्स। हमारे शरीर में जब आवश्यकता के मुताबिक खनिज-लवण एवं विटामिन की पूर्ति नही हो पाती है, तो ऐसे में हीमोग्लोबिन की कमी होने लगती है।
शरीर में इसकी कमी से रक्त प्रवाह में रक्त की कमी होने लगती है, जिसके परिणामस्वरूप त्वचा का रंग पीला होने लगता है हीमोग्लोबिन की कमी पुरुषों की अपेक्षा महिलायों में ज्यादा दिखायी देती है। इसकी कमी की वजह से शारीरिक थकान बढ़ जाती है। जिसे प्राय: इंसान सामान्य मानकर अनदेखा कर देते है। इसका मूल कारण अधिकांश लोगों को हीमोग्लोबिन के बारे में सम्पूर्ण जानकारी ना होना है। तो आइये इस लेख के माध्यम से जानने की कोशिश करते है कि हीमोग्लोबिन क्या है? हिमोग्लोबिन की कमी से हमारे शरीर पर क्या प्रभाव पड़ता है। साथ ही साथ ये भी जानेंगे की Hemoglobin Deficiency हीमोग्लोबिन की कमी को कैसे दूर सकते है?
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हीमोग्लोबिन क्या है?-What is Hemoglobin in Hindi :-
हीमोग्लोबिन एक प्रोटीन है, जो लाल रक्त कोशिकाओं (Red Blood Cells) में पाया जाता है। यह फेफड़ों से ऑक्सीजन को शरीर के उत्तकों एवं विभिन्न अंगों तक ले जाने और कार्बन- डाईऑक्साइड को उत्तकों से वापस फेफड़ों तक ले जाने का कार्य करता है। हीमोग्लोबिन शरीर के लिए बहुत जरुरी है, क्योंकि इसकी कमी से शरीर में ऑक्सीजन परिवहन की क्षमता कम हो जाती है। साथ ही साथ शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या भी कम हो जाती है। जिसके परिणामस्वरूप “एनिमिया” नामक बीमारी होने की संभावना बढ़ जाती है।
हीमोग्लोबिन का नार्मल रेंज कितना होना चाहिए- Normal level of Hemoglobin in Hindi :-
हीमोग्लोबिन का स्तर/लेवल पुरुषों और महिलाओं में अलग-अलग आयु वर्गों के अनुसार होता है।
- जन्म के समय – 13.5 – 24.0 ग्राम प्रति डेसीलिटर
- व्यस्क पुरुषों में – 13.5 – 17.5 ग्राम प्रति डेसीलिटर
- व्यस्क महिलाओं में – 12.0 – 15.5 ग्राम प्रति डेसीलिटर
हीमोग्लोबिन की कमी के कारण – Hemoglobin Deficiency causes in Hindi:-
शरीर में सही मात्रा में प्रोटीन की मात्रा न मिलने पर हीमोग्लोबिन की कमी होने लगती है। हीमोग्लोबिन की कमी एक ऐसी बीमारी या स्थिति के वजह से भी हो सकती है जिसके कारण शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं का उत्पादन या तो कम हो रहा हो या ये तेजी से नष्ट हो रहा हो।महिलाओं में हीमोग्लोबिन की कमी होना आम समस्या बनती जा रही है। आमतौर पर महिलाओं के गर्भवती होने पर शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर कम हो जाता है। पीरियड्स के दौरान अत्यधिक रक्तस्राव के कारण भी शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है। इसके अलावे शरीर में हिमोग्लोबिन की कमी के कुछ और भी कारण हो सकते हैं जैसे :-
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- भोजन में आयरन की मात्रा का कम होना
- शरीर में कैल्शियम, विटामिन और खनिज-लवण की कमी
- भोजन में पोषक तत्वों की कमी
- जंक-फ़ूड का अत्यधिक सेवन एवं अनियमित खान-पान
- अत्यधिक रक्त दान
- किडनी, सिरोसिस या कैंसर जैसी बीमारियों से पीड़ित हो
- बवासीर से बार-बार रक्त का स्राव
- अनुवांशिक असामान्यता
- HIV संक्रमण
- स्मोकिंग
हीमोग्लोबिन की कमी के लक्षण – Symptoms low Hemoglobin in Hindi :-
शरीर में हिमोग्लोबिन की मात्रा कम होने पर आप स्वयं इसके लक्षणों को महसूस कर सकते है। जैसे :-
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- कमजोरी होना
- थकान महसूस होना
- सांस लेने में तकलीफ होना
- सिर में दर्द होना
- दिल की धड़कन का असामान्य होना
- त्वचा का पीला पड़ जाना
- जीभ एवं नाखूनों के अंदर सफेदी पड़ जाना
- चेहरे या पैरों में सूजन होना
- चिड़चिड़ापन होना
- तेज चक्कर आना
- बालों का झड़ना
- पीरियड्स के दौरान रक्त स्राव से होने वाले दर्द के कारण
- आँखों के नीचे काले निशान बनना
हिमोग्लोबिन की कमी से होने वाले रोग – Disease caused by Hemoglobin Deficiency in Hindi :-
हिमोग्लोबिन की कमी के कारण कई प्रकार की शारीरिक गतिविधियों में व्यवधान आ सकती है। साथ ही साथ इंसान के शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ के बिगड़ने की संभावना भी बढ़ जाती है।आइये जानते है कि हिमोग्लोबिन की कमी से हमारे शरीर में कौन-कौन से रोग या समस्याएँ हो सकती हैं।
1. एनीमिया :-
एनीमिया एक ऐसी स्थिति या रोग है, जिसमे इंसान के शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं (Red Blood Cells) की कमी हो जाती है। जिसके कारण उत्तकों तक पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की पूर्ति नही हो पाती है। इसके वजह से शारीरिक कमजोरी बढ़ जाती है और धीरे-धीरे त्वचा का रंग पीला होने लगता है। आसान शब्दों में कहा जाए तो शरीर में हुई रक्त की कमी एनीमिया है, जो हिमोग्लोबिन की कमी के कारण होता है।
2. रक्तचाप की समस्या :-
शरीर में हिमोग्लोबिन की कमी होने से रक्त कोशिकाओं में रक्त का प्रवाह सही तरीके से नही हो पाता है। जिस कारण रक्तचाप (Blood Pressure) की समस्या होने लगती है। रक्तचाप के कारण हार्ट अटैक की संभावना बहुत बढ़ जाती है।
3. शरीर में सूजन :-
जैसा की आप जानते है कि शरीर में हिमोग्लोबिन की कमी के कारण रक्त का प्रवाह मांशपेशियों में ठीक तरीके से नही हो पाता है, के परिणामस्वरूप शरीर में सूजन की समस्या होने लगती है।
4. बाल एवं त्वचा संबधित रोग या समस्या :-
हिमोग्लोबिन की कमी से शरीर में बालों और त्वचा से संबंधित रोग या समस्याएं भी होने लगती है। त्वचा का रंग पीला होने लगता है और साथ ही साथ त्वचा में सूखापन एवं दाग-धब्बे के निशान भी बनने लगते है। हिमोग्लोबिन की कमी के कारण बालों में रुसी (Dandruff) की समस्या भी उत्पन्न हो जाती है। बालों का झड़ना और सफेद होना भी बढ़ जाता है।
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5. कमजोरी एवं थकान :-
शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी होने से शारीरिक थकान एवं कमजोरी महसूस होने लगती है। चूँकि हीमोग्लोबिन की मात्रा कम होने पर उत्तको तक पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की पूर्ति नही हो पाती है। जिस कारण ध्यान केन्द्रित करना मुश्किल हो जाता है, परिणामस्वरूप आपका दैनिक कार्य भी प्रभावित होने लगता है।
इसके अलावें कुछ और भी समस्याएं है, जो हीमोग्लोबिन की कमी से होते है। जैसे:- डिप्रेशन, दिल और फेफड़ों की बीमारी, गर्भावस्था में शिशु के मानसिक एवं शारीरिक विकास का खतरा इत्यादि।
हीमोग्लोबिन की कमी से बचाव – Prevention of Hemoglobin Deficiency in Hindi :-
शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी से बचाव के लिए सबसे जरुरी होता है खान-पान में बदलाव। आयरन से भरपूर स्वस्थ और संतुलित भोजन खाये। अंकुरित अनाज, हरी पत्तेदार सब्जियां एवं फलों का सेवन ज्यादा से ज्यादा करना चाहिए। ड्राई फ्रूट्स जैसे किशमिश, अखरोट का सेवन करें। चाय और कॉफी का सेवन कम करें क्योंकि इनके सेवन के कारण शरीर की आयरन अवशोषित करने की क्षमता प्रभावित होने लगती है। आहार में विटामिन B9 और B12 की मात्रा पर्याप्त होनी चाहिए।
हीमोग्लोबिन की कमी का निदान कैसे होता है? – Diagnosis of Hemoglobin Deficiency in Hindi? :-
शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी का निदान करने के लिए डॉक्टर पहले मरीज के रक्त के नमूने की कुछ जाँच करते है। जैसे: कम्प्लीट ब्लड काउंट (CBC), विटामिन B12, रक्त में आयरन की कमी की जाँच इत्यादि। इन सभी जांचो के परिणाम के आधार पर ही हीमोग्लोबिन के कमी की सही जानकारी मिलती है और इसी के आधार पर डॉक्टर इलाज करना शुरू करते है।
हीमोग्लोबिन की कमी को दूर करने के उपचार – Treatment of Hemoglobin Deficiency in Hindi:-
हिमोग्लोबिन की कमी का कारण क्या है, इसी आधार पर हिमोग्लोबिन की कमी का इलाज किया जाता है। जैसे:-
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- यदि किसी इंसान के शरीर में विटामिन B12 की कमी के कारण हिमोग्लोबिन की मात्रा में कमी हो रही है तो उसे विटामिन B12 की सुई (Injection) लेनी चाहिए।
- यदि शरीर में फोलेट की कमी के कारण हिमोग्लोबिन कम हो रही है तो तुरत फोलेट की दवा शुरू कर देनी चाहिए।
- यदि किसी इंसान के शरीर में आयरन की कमी की वजह से हिमोग्लोबिन कम हो रही हो तो उसे आयरन से युक्त खाद्य पदार्थो का सेवन ज्यादा से ज्यादा करना चाहिए।
- यदि शरीर में हीमोग्लोबिन के कम होने का कारण शरीर में संतुलित पोषक तत्त्वों की कमी है, तो तुरंत खान-पान में बदलाव करना चाहिए। विटामिन्स, मिनिरल्स से भरपूर चीजों को अपने आहार में शामिल करें।
- गर्भवती महिलायों में गर्भधारण के दौरान हिमोग्लोबिन की कमी होने की पूरी संभावना रहती है। ऐसे गर्भवती महिलायों को आपने आहार में आयरन युक्त चीजों को अधिक से अधिक शामिल करनी चाहिए।
हिमोग्लोबिन की कमी को दूर करने के उपयोगी टिप्स – Useful tips to overcome Hemoglobin Deficiency in Hindi :-
शरीर में हुए हिमोग्लोबिन की कमी को दूर करने के लिए आप यहां दिए जा रहे कुछ उपयोगी टिप्स का अनुसरण कर सकते है।
1. सेव या अनार का सेवन करें :-
2. विटामिन्स एवं मिनिरल्स से युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन :-
शरीर में हिमोग्लोबिन की मात्रा में हुए कमी को दूर करने के लिए विटामिन्स, मिनिरल्स, एवं अन्य पोषक तत्त्वों से भरपूर पदार्थों का सेवन करें। जैसे :-
(i) चुकंदर :- चुकंदर हमारे शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। क्योंकि इसमें प्रचुर मात्रा में विटामिन्स A एवं C, आयरन, कैल्शियम, फोलिक एसिड, फाइबर इत्यादि पाया जाता है, जो हिमोग्लोबिन को बढ़ाने के लिए बहुत ही जरुरी होते है।
(ii) टमाटर :- इसमें विटामिन B6 एवं E, मैग्नेशियम, फास्फोरस, इत्यादि भरपूर मात्रा में पाया जाता है। जो रक्त की वृद्धि के लिए आवश्यक होता है।
(iii) अंगूर :- इसमें विटामिन C और आयरन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो शरीर में हिमोग्लोबिन की मात्रा को बढाता है तथा हिमोग्लोबिन की कमी से संबंधित समस्याओं को ठीक करने में मदद भी करता है।
(iv) अमरूद :- इसमें प्रचुर मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते है। विशेषज्ञों की ऐसी मान्यता है की अमरूद जितना ही ज्यादा पका होता है शरीर के लिए उतना ही पौष्टिक होता है। इसके खाने से शरीर में हिमोग्लोबिन की कमी नही हो पाती है।
(v) हरी पत्तीदार सब्जियों का सेवन :- जैसा की आप सभी जानते है की हरी पत्तीदार सब्जियों एवं सागों में आयरन भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो हिमोग्लोबिन के लेवल को बढ़ाने के लिए बहुत ही उपयोगी है।
3. रोजाना व्यायाम करें :-
जब आप मध्यम से उच्च तीवत्रा वाले व्यायाम करते है तो आपके शरीर में हिमोग्लोबिन अधिक बनता है। अधिक हिमोग्लोबिन बनने से शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह अच्छी तरह से होता है, जिससे बहुत सारी शारीरिक समस्याएँ अपने आप ठीक हो जाती है।
इसके आलावे कुछ और भी फलों का सेवन हिमोग्लोबिन की कमी को दूर करने में बहुत ही कारगर होता है। जैसे :- तरबूज, कीवी, स्ट्राबेरीज, पपीता, पिंड खजूर इत्यादि।
अंत में,
हिमोग्लोबिन एक महत्वपूर्ण आयरन युक्त प्रोटीन है, जो शरीर के समुचित विकास के लिए बहुत ही जरुरी है। आज आपने हीमोग्लोबिन की कमी को कैसे दूर करें इसके बारे में जाना। आपको मेरे द्वारा दी गई जानकारी कैसी लगी, हमे कमेंट करके जरुर बताएं और साथ ही जानकारी अच्छी लगे तो अपने दोस्तों में शेयर भी करें। ऐसे ही रोचक जानकारियों के लिए हमसे जुड़े रहे है।
डिस्क्लेमर : इस लेख की सामग्री सामान्य जानकारी पर आधारित है। “अच्छी and healthy जानकारी” इस तथ्यों की प्रमाणिकता की गारंटी नही देता है। इन्हें आजमाने से पहले किसी विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।
धन्यवाद।
Very informative and useful article.Thanks a lot
Dhanywad, hamse jude rahne ke liye
Nice information