आज के समय में Constipation (कब्ज) एक ऐसी समस्या हो चूँकि है, जो लगभग हर घर में, हरेक उम्र के लोगों में और हर जगह पर पायी जा रही है। कब्ज के कारण इसके मरीज का पेट अच्छी तरह साफ नही होता, पेट में अपच और भारीपन के साथ-साथ दर्द और मल त्यागने में काफी मुश्किल होती है। कई बार तो इसकी वजह से ग्रसित व्यक्ति को बार-बार शौच जाना पड़ता है, जिससे की पेट साफ हो सके। कब्ज के कारण और पेट साफ नही होने के कारण पूरे दिन थकान और मन परेशान रह्ता है। जिससे किसी भी काम में मन नही लगता। कब्ज में मल त्यागने के लिए ज्यादा जोर लगाना पड़ता है और घंटो-घंटो शौचालय में बैठना पड़ता है। पेट के भरी होने के कारण कुछ भी खाना अच्छा नही लगता और खाना-पीना भी सोच समझ कर ही खाना पड़ता है। कब्ज के कारण पेट और पाचन से जुड़ी बहुत सी बीमारियाँ भी होने लगती है। ऐसे में कोशिश करनी चाहिए की जितनी जल्दी हो सके इससे छुटकारा पाया जा सके। कब्ज के लिए घरेलू उपचार का सेवन बहुत ही लाभदायक होता है। तो आइये जानते है Constipation (कब्ज) के कारण, लक्षण और घरेलू उपचार के बारे में।
Contents-कंटेंट्स
- 1 कब्ज क्या है?- What is Constipation in Hindi :-
- 1.1 Constipation(कब्ज) होने मुख्य कारण क्या है? – Constipation Causes in Hindi:-
- 1.2 Constipation (कब्ज) के लक्षण – Constipation Symptoms in Hindi :-
- 1.3 Constipation (कब्ज) से राहत पाने के 11 घरेलू उपचार – 11 Home Remedies for Constipation in Hindi :-
- 1.3.1 1. घी और दूध से Constipation(कब्ज) का उपचार :-
- 1.3.2 2. त्रिफला चूर्ण का सेवन Constipation(कब्ज) में लाभदायक :-
- 1.3.3 3. अलसी (Flexi Seeds) का सेवन :-
- 1.3.4 4. किशमिश का सेवन :-
- 1.3.5 5. बेल के शर्बत का सेवन :-
- 1.3.6 6. फाइबर युक्त फलों का सेवन :-
- 1.3.7 7. हरी सब्जियों-एवं सागों का सेवन :-
- 1.3.8 8. अरंडी के तेल का सेवन :-
- 1.3.9 9. शहद का सेवन :-
- 1.3.10 10. सूखे मसालों (जीरा, सौफ, आजवाइन) का सेवन :-
- 1.3.11 11. मुलेठी का सेवन है लाभकारी :-
कब्ज क्या है?- What is Constipation in Hindi :-
दोस्तों क्या आप जानते है की आयुर्वेद में शरीर को वात, पित्त और कफ के संतुलन के अनुसार मापा जाता है। आयुर्वेद कहता है कि शरीर का संतुलन इसके संतुलन पे ही निर्भर करता है। अगर इनमें असंतुलन हुआ तो शरीर बहुत से रोगों से घिर सकता है। कब्ज की प्रकृति वातदोष से दूषित होने के फलस्वरूप होती है। आजकल के प्रदूषित जल, वायु और बदलते खानपान के साथ जीवनशैली में जो परिवर्तन हो रहे है, उनके परिणामों में से एक है Constipation (कब्ज)। कब्ज में खान-पान के अनियंत्रण और पचने में परेशानी के कारण जठराग्नि मंद पड़ जाती है। जिससे कि हमारा पाचनतंत्र सही ढंग से काम नही करता और परिणामस्वरूप खाना नही पचता। कब्ज में मल कठोर एवं सूखा हो जाता है और सही समय पर, सही मात्रा में नही होता है।
Constipation(कब्ज) होने मुख्य कारण क्या है? – Constipation Causes in Hindi:-
Constipation(कब्ज) होने कई कारण है, जिनमें से 11 मुख्य कारणों की चर्चा हम करते हैं।
1. प्रतिदिन की दिनचर्या का अनियमित होना।
2. मैदेयुक्त और तेल मसालेयुक्त भोजन का सेवन करना।
3. पानी कम पीना और तरल पदार्थों के सेवन की कमी।
4. भोजन का समय सुनिश्चित नही करना अर्थात रोजाना खाने का समय एक जैसा नही होना।
5. चाय, कॉफ़ी, जैसे कैफीन युक्त का अधिक सेवन, साथ ही सिगरेट, तम्बाकू, शराब जैसी चीजों का सेवन।
6. सुबह का नाश्ता ना लेना या सुबह में ज्यादा देर तक खाली पेट रहना। साथ ही रात का खाना ज्यदा देर से करना (Late Night), जिससे भोजन पच नही पाता है।
7. अधिक भोजन (Over eating) का सेवन करना।
8. पेन किलर (दर्द निवारक) जैसी दवाओं के अत्यधिक सेवन से।
9. फ्रीज का पानी या बहुत ठंडी चीजों के उपयोग से।
10. थायरायड, पीसीओडी (PCOD) जैसे हार्मोन असंतुलन वाले बीमारियों के कारण।
11. डायबीटीज और बहुत से क्रोनिकल बीमारियों के कारण। गर्भावस्था के कारण और कोलोन कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के कारण एवं पेट और पाचनतंत्र से जुड़े बीमारियों के कारण।
Constipation (कब्ज) के लक्षण – Constipation Symptoms in Hindi :-
कोई व्यक्ति कब्ज से पीड़ित है इसकी पहचान कैसे करें। आइये इन लक्षणों को देखकर समझते हैं या जानने की कोशिश करते है।
- पेट में गैस बनना, दर्द रहना एवं भारीपन रहना।
- मल त्याग करने में जोर लगाना पड़े और मल का कड़ापन होना। दो-तीन दिन तक मल त्याग नही होना।
- पेट में बदहजमी एवं खट्टे डकारे आना।
- सिर में और पूरे बदन में दर्द रहना, बिना वजह आलस्य बने रहना।
- किसी भी कार्य में मन ना लगना।
- मुँह से गन्दी बास या दुर्गन्ध आना, मुँह में गर्मी के छाले पड़ जाना, उलटी या मिचली आना भूख कम लगना, खाने का स्वाद अच्छा नही लगना।
Constipation (कब्ज) से राहत पाने के 11 घरेलू उपचार – 11 Home Remedies for Constipation in Hindi :-
1. घी और दूध से Constipation(कब्ज) का उपचार :-
रात को सोने से पहले गरम दूध में एक चम्मच घी मिक्स कर लें। इसे पीने से मल त्याग अच्छे से होगा और कोई परेशानी भी नही होगी।
2. त्रिफला चूर्ण का सेवन Constipation(कब्ज) में लाभदायक :-
Constipation(कब्ज) के लिए रात को सोने से पहले गरम पानी के साथ एक या दो छोटी चम्मच त्रिफला चूर्ण लें।इसके प्रतिदिन सेवन से कुछ ही दिनों में पुराना से पुराना कब्ज भी ठीक हो जाता है। आप चाहे तो त्रिफला चूर्ण अपने घर में ही बना सकते है। इसके लिए 20 ग्राम त्रिफला, 20 ग्राम आजवाइन और सेंधा नमक को बराबर-बराबर मात्रा में मिक्स करके पाउडर बना लें। अब इसे स्टोर करके आप रख सकते है और जरुरत के अनुसार उपयोग कर सकते है।
3. अलसी (Flexi Seeds) का सेवन :-
Constipation(कब्ज) में अलसी बहुत ही फायदेमंद होता है। इसका पाउडर बना लें और इसका सेवन प्रतिदिन एक चम्मच गरम पानी के साथ जरुर करें। बहुत ही जल्द कब्ज से राहत मिल जाएगा। आप चाहें तो इसका पाउडर सॉस या चटनी के रूप में अपने प्रतिदिन के खाने में शामिल कर सकते है। कब्ज के लिए अलसी का तेल भी बहुत उपयोगी होता है।
इसे भी पढ़े : बालों के लिए Castor Oil (अरंडी का तेल) के 9 बेहतरीन फायदे
4. किशमिश का सेवन :-
Constipation(कब्ज) में किशमिश या मुनक्का बहुत ही फायदेमंद होता है। इसके 10-15 दाने रात भर पानी में भिंगो दे और सुबह इन दानों को दूध में उबालकर पिये। इससे कब्ज में राहत मिलती है।
5. बेल के शर्बत का सेवन :-
Constipation(कब्ज) के मरीजों को बेल का फल या बेल की शर्बत सुबह-सुबह खाली पेट सेवन करने से बहुत लाभ प्राप्त होता है।
6. फाइबर युक्त फलों का सेवन :-
पपीता कच्चा या पका, सेव, अमरूद और नाशपाती जैसे फल फाइबर युक्त होते है और इनके सेवन से कब्ज की समस्या बहुत हद तक दूर हो जाती है।
7. हरी सब्जियों-एवं सागों का सेवन :-
हरी सब्जियों और सागों में फाइबर भरपूर होता है। इनके सेवन से हमारा पाचनतंत्र भी ठीक हो जाता है। जिससे कब्ज में राहत मिलती है। पालक और बथुया के साग में लैक्सटिव गुण पाए जाते है, जो मल त्यागने में बहुत ही सहायक होते है।
8. अरंडी के तेल का सेवन :-
अरंडी के तेल को एक गिलास गर्म दूध के साथ मिलाकर रोजाना रात को पीने से कब्ज में बहुत ही राहत मिलती है।
9. शहद का सेवन :-
शहद में लैक्सटिव गुण पाए जाते हैं, जिससे इसका उपयोग कब्ज में बहुत ही फायदेमंद साबित होता है। एक ग्लास गर्म दूध के साथ एक चम्मच शहद रात को पिये और सुबह इससे होने वाले फायदे को देखें। आप चाहे तो शहद को गर्म पानी के साथ भी ले सकते है।
10. सूखे मसालों (जीरा, सौफ, आजवाइन) का सेवन :-
समान मात्रा में सौफ, आजवाइन और जीरा को सूखे ही धीमी आँच पर भून लें और इसका पाउडर बना लें। फिर इसे गर्म पानी के साथ एक या दो चम्मच अपनी जरुरत के अनुसार रोजाना लें और फिर इसके फायदे देखें। इसके सेवन से गैस की समस्या भी दूर होती है। पाचन क्रिया भी दुरुस्त हो जाती है। जिसके परिणामस्वरूप कब्ज की समस्या बहुत हद तक कम हो जाती है।
11. मुलेठी का सेवन है लाभकारी :-
Constipation(कब्ज) में मुलेठी का पाउडर या चूर्ण गर्म पानी और गुड के साथ लेने से बहुत लाभकारी होता है। मुलेठी कब्ज से राहत के लिए बहुत ही असरदार होता है।
नोट :- कब्ज में कुछ बातों का परहेज कर के हम इससे छुटकारा पा सकते है। आइये देखते है-
- मैदे से बनी चीजों और डिब्बाबंद खाद्य पदार्थों का सेवन बिलकुल ना करें।
- कब्ज रोग में ऐसे आहार का सेवन ना करें जो अधिक तेल-मसालेयुक्त हो।
- दूध, पनीर, आइसक्रीम जैसे पदार्थो का सेवन कम से कम करना चाहिए।
अंत में,
धन्यवाद।
हेलो दोस्तों, मै नवेदिता कुमारी “अच्छी and healthy जानकारी” की author हूँ | मेरे इस ब्लॉग पर आपको heath, beauty, lifestyle, Devotional (धार्मिकता से जुड़े), curiosity से जुड़ी सभी जानकारी मिलेगी, जिसे आमतौर पर आप google में ढूढ़ते है |
Ye problem to Aaj ke date to common ho gaya hai achha kiya is topic pe aap blog banae👍keep it up good work mam.
बहुत ही अच्छी एवं उपयोगी जानकारी
Bahut badiya jankari.bahut bahut aabhar aaise upyogi topic par likne ke liye.
Bahot Sahi keep it up that's nice 👍