“Curry Patta (करी पत्ता)” नाम तो सुना ही होगा, क्योंकि ये हर घर में अपनी खुशबू और गुणवत्ता के लिए जाना जाता है | “Curry Leaves (करी पत्ता) को मीठी नीम भी कहा जाता है | इसकी गुणवत्ता तो इतनी ज्यादा है कि इसके विषय में जितनी बाते कि जाए कम ही है | साथ ही साथ ये खुशबू से भी भरपूर होती है | अपने नाम मीठी नीम के अनुरूप ही इसकी खुशबू मीठी और एनर्जी से भरी होती है | “Curry Leaves (करी पत्ता) का पेड़ भारत के अलावे श्रीलंका और दक्षिण पूर्व एशिया के कई देशों में भी पाया जाता है | इसलिए अलग-अलग स्थानों के अनुरूप इसके नाम भी अलग-अलग है | जैसे : तमिल में करी वेपिलाई, मलयालम (केरल) में करिवेम्पू , करी लीफ, मीठी नीम जैसे नामों से भी जाना जाता है |
Contents-कंटेंट्स
करी पत्ता क्या है?| Curry Leaves in hindi
स्वास्थ और सुगंध से भरपूर “Curry Leaves (करी पत्ता)” की उत्पत्ति तमिल शब्द “कारी” से उत्पन्न हुआ है, जिसका अर्थ होता है, “मसालेदार” | करी पत्ता का पेड़ मध्यम आकार का ही होता है | यह ज्यादा बड़ा नही होता, जिस कारण इसे आप गमले में भी लगा सकते है | इसके फल और फूलों का उपयोग नही किया जाता है, लेकिन इसके पत्ते अपनी विशेषता के कारण पूरी तरह से उपयोगी साबित होते है | दक्षिण भारत में इसका उपयोग अधिक किया जाता है |
Curry Leaves (करी पत्ता) खाने में स्वाद बढ़ाने से लेकर वजन कम करने, डायबीटिज कंट्रोल करने, एनीमिया दूर करने, लीवर की समस्या में राहत देने, डायरिया से बचाव करने, फाइबर और प्रोटीन से भरपूर त्वचा और बालों के लिए लाभकारी, आँखों के लिए फायदेमंद और मूड रिफ्रेशमेंट के लिए भी जाना जाता है |
तो आइये जानते हैं करी पत्ता से मिलने वाले फायदे क्या-क्या है |
करी पत्ता से होने वाले फायदे | Curry Leaves benefits in hindi
1. वजन कम करने में सहायक | Curry Leaves benefits to control weight Loss
NCBI (National Center ऑफ़ Biotechnology Inter Mation) की मानें तो करी के पत्तों में कार्बोजोल एल्कलाईड पाया जाता है, जो कि वजन को बढ़ने नही देता और खून में LDL कोलेस्ट्रॉल यानि ख़राब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है | साथ ही इसमें ट्राईग्लिसराइड (triglyceride) के लेवल को कण्ट्रोल करने वाले एलिमेंट होते है, जो हमारे बॉडी से टॉक्सिक् को बाहर निकालते है और वजन कम करने में सहायक होते हैं | इसके लिए सुबह-सुबह खाली पेट 8-10 करी पत्तियों को चबा लें और गरम या गुनगुना पानी पिएं | आप चाहें तो 8-10 करी पत्तियां 1 ग्लास पानी में रात को ही भिगोने के लिए रख दें और सुबह में पत्ते चबा कर खा लें और पानी को उबाल कर पी लें |
इसे भी पढ़े : 10 घरेलू उपाय मोटापा कम (Weight Loss) करने के
2. डायबीटिज कंट्रोल करने में सहायक | Curry Leaves benefits to control Diabetes
Curry Leaves (करी पत्ता) में हाइपोग्लैसेनिक नामक एलिमेंट पाया जाता है, जो ब्लड में शुगर लेवल को कम करने में मुख्य भूमिका निभाता है | करी पत्ते को अगर सही तरीके से उपयोग किया जाए तो यह डायबीटिज को कंट्रोल कर सकता है | (इसके साथ-साथ डॉक्टर्स के बताएं ट्रीटमेंट जारी रखें, उसके साथ छेड़ छाड़ ना करें)
3. एनीमिया को करें दूर | Curry Leaves benefits to control Anemia
करी पत्तों में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते है, जो एनीमिया को दूर करने में सहायक होते है | इसमें एंटी एनीमिया वाले गुण पाए जाते है, जैसे-आयरन, कैल्सियम, जिंक, फोलिक एसिड इत्यादि | एनीमिया के मरीजों को करी पत्ता का सेवन ज्यादा से ज्यादा करना चाहिए |
4. लीवर की समस्या में राहत | Curry Leaves benefits for Liver
Curry Leaves (करी पत्ता) में विटामिन A और C भरपूर मात्रा में पाया जाता है | साथ ही इसमें एंटी ऑक्सीडेंट्स और एंटी बैक्टीरियल गुण होते है | जिससे लीवर की छोटी-मोटी समस्या या फैटी लीवर की समस्या हो तो करी पत्ते के इस्तेमाल से जल्द ही ठीक हो जाता है और लीवर को पहले से भी अधिक एक्टिव कर देता है |
5. डायरिया से बचाव | Curry Leaves benefits for Diarrhea
एक्सपर्ट की मानें तो करी पत्ता डायरिया जैसी बीमारी में भी बहुत लाभकारी होता है | क्योंकि करी पत्ता में कार्बोजोल एल्कलाइड्स पाया जाता है, जिसके कारण डायरिया से बचाव की संभावना और भी बढ़ जाती है |
6. फाइबर और प्रोटीन से भरपूर | Curry Leaves Rich in Fiber and Protein
Curry Leaves (करी पत्ता) में फाइबर और प्रोटीन भरपूर मात्रा में पाया जाता है | फाइबर के कारण यह Constipation (कब्ज) से राहत दिलाता है | साथ ही प्रोटीन की मात्रा high होने के कारण यह शरीर में बिल्डिंग ब्लॉक के ग्रोथ में सहायक होता है | इसके उपयोग से इम्युनिटी बढती है और मसल्स मजबूत बनते है | शरीर की हड्डियाँ भी मजबूत होती है | साथ ही साथ दांत भी मजबूत होती है |
7. Skin (त्वचा) के लिए लाभकारी | Curry Leaves benefits for Skin
Curry Leaves (करी पत्ता) Skin (त्वचा) के लिए सौन्दर्य बढ़ाने के काम आता है | करी पत्ता में एंटी ओक्सिडेंट पाया जाता है, जो हमें सूर्य की हानिकारक किरणों से त्वचा को बचाने का काम करता है | यह सूखी त्वचा (Dry Skin) के लिए बहुत ही गुणकारी होता है | साथ ही साथ दाग-धब्बों (Pigmentation) को दूर करने भी सहायक होता है | कील मुहांसों की समस्यां हो तो करी पत्ता का तेल बहुत ही लाभकारी साबित होता है |
8. बालों के लिए भी गुणकारी | Curry Leaves benefits for Hair
Curry Leaves (करी पत्ता) त्वचा के साथ-साथ बालों के लिए भी फायदेमंद होता है | इसके ताजे पत्तो को नारियल तेल के साथ उबालकर और ठंडा करके स्कैल्प या बालों की जड़ों में लगाना चाहिए | यह तेल बालों के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है | इसके प्रयोग से बालों का गिरना, समय से पहले सफेद होना जैसी प्रोब्लम्स दूर हो जाती है | बालों की ग्रोथ बढ़ने लगती है और बालों का रंग काला होने लगता है | स्कैल्प, रुसी जैसी समस्या से भी राहत मिलती है | इसके पत्तों का पेस्ट बनाकर हेयर पैक की तरह भी यूज कर सकते है |
9. आँखों के लिए फायदेमंद | Curry Leaves benefits for Eye
Curry Leaves (करी पत्ता) में विटामिन A की मात्रा भरपूर होती है, जिसके कारण इसके उपयोग से रतौंधी, कॉर्निया की परेशानी जैसी समस्याओं से छुटकारा मिलता है | इसकी पत्तियों को चबाने से आँखों की रौशनी जल्दी से ख़राब नही होती है |
10. मूड रिफ्रेशमेंट | Curry Leaves benefits for Mood Refreshment
करी पत्ता का सेवन अगर सुबह-सुबह कर लिए जाए तो यह मूड को रिफ्रेश कर देता है | करी पत्ता की खुशबू एक मिठास से भरी होती है, जो आपके दिमाग की नसों को आराम देने के साथ-साथ टेंशन फ्री भी करता है | करी पत्ता एक अच्छे मूड रिफ्रेशमेंट के रूप में काम करता है |
11. पाचन के लिए फायदेमंद | Curry Leaves benefits for Digestion
Curry Leaves (करी पत्ता) पाचन के लिए भी अति उत्तम माना जाता है | इसकी पत्तियों में फाइबर की मात्रा भरपूर होने के कारण यह गैस, कब्ज, दस्त, पेचिस, बवासीर, मतली, सूजन जैसी समस्या से बचाता है | यह पेट और इससे जुडी परेशानियों से बचाने में मदद करता है |
ऐसा नही है कि Curry Leaves (करी पत्ता) सिर्फ फायदेमंद ही होता है | इसमें कुछ ऐसे तत्व भी होते है जिसके कारण यह कभी-कभी नुकसानदायक भी साबित होता है |
Curry Leaves (करी पत्ता) से होने वाले नुकसान |
1. प्रेगनेंसी में ज्यादा सेवन है नुकसानदायक :- Curry Leaves का सेवन प्रेग्नेंट और स्तनपान करनेवाली महिलायों को डॉक्टर्स के परामर्श के अनुसार ही करना चाहिए |
2. ब्लड शुगर कम होना :- जिन लोगों का ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता हो उन्हें Curry Leaves का सेवन बहुत ही कम मात्रा में करना चाहिए | Curry Leaves में हाइपोग्लासेनिक गुण होते है, जो ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखता है | करी पत्ते का सेवन अत्यधिक मात्रा में नही करना चाहिए |
3. एलर्जी की समस्या :- कई लोगों में कुछ-कुछ चीजों को लेकर एलर्जी की समस्या हो जाती है | ऐसे में करी पत्ता से भी कुछ लोगों को एलर्जी की समस्या होती है | ऐसे में करी पत्ता का सेवन अधिक नही करना चाहिए |
4. खाली पेट करी पत्ता खाने से नुकसान :- खाली पेट करी पत्ता का सेवन अधिक करने से पेट में दर्द, दस्त जैसी समस्या भी हो सकती है | साथ ही इसमें सोडियम की मात्रा अधिक होने से ब्लड प्रेशर बदने की समस्या हो सकती है |
5. बाल झड़ने की समस्या :- करी पत्ते का पेस्ट और करी पत्ते का तेल यूँ तो बालों के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है, लेकिन कभी-कभी ज्यादा सेवन करने से बाल झड़ने लगते है | इसलिए एक सीमित मात्रा में ही इसका उपयोग करना चाहिए |
करी पत्ते से सम्बंधित प्रश्न
1. करी पत्ता की तासीर कैसी होती है ?
उत्तर :- करी पत्ता की तासीर ठंडी होती है, जिस कारण गर्मियों में इसके सेवन से शरीर ठंडा एवं पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है |
2. करी पत्ता खाने का तरीका क्या है ?
उत्तर :- करी पत्ता खाने का सबसे अच्छा तरीका सुबह खाली पेट चबाकर या फिर इसके पत्ते को पानी में उबालकर और छानकर इसके पानी को पिये |
3. करी पत्ता का दूसरा नाम क्या है ?
उत्तर : करी पत्ता का वैज्ञानिक नाम मुराया कोएनिजी है | इसे मीठा नीम, कृष्णा निंबा, करी वेपिलाई, करिवेम्पू इत्यादि नामों से जाना जाता है |
4. प्रतिदिन कितने करी पत्ते खाने चाहिए ?
उत्तर :- 6-8 पत्ते प्रतिदिन खाना स्वास्थ के दृष्टिकोण से सुरक्षित माना जाता है |
दोस्तों, अगर आपको मेरी आर्टिकल पसंद आए तो प्लीज कमेंट करें और अपने दोस्तों एवं सोशल प्लेटफार्म पर शेयर जरुर करें |
Thank you
हेलो दोस्तों, मै नवेदिता कुमारी “अच्छी and healthy जानकारी” की author हूँ | मेरे इस ब्लॉग पर आपको heath, beauty, lifestyle, Devotional (धार्मिकता से जुड़े), curiosity से जुड़ी सभी जानकारी मिलेगी, जिसे आमतौर पर आप google में ढूढ़ते है |
Thank you for this useful information.