दोस्तों हमारी भारतीय संस्कृति में आयुर्वेद का महत्व सदियो से बताया गया हैं, क्योकि भारत के जंगलो में तरह-तरह जड़ी-बूटियाँ पायी जाती हैं, जिनसे तरह-तरह की दवाईय़ा बनाई जाती हैं। इन जड़ी-बूटियों से निर्मित दवाओ का आयुर्वेदिक महत्व बहुत जयादा हैं। इन्ही सभी बातों और दवाओं की गुणवत्ता को समझने हुए मैं आपसे अपनी जानकारियाँ साझा करने आयी हूं। दोस्तों आज हम बात करेंगे शैवाल की जो एक समुंद्री या जलीय पौधा हैं।
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क्या है शैवाल?| what is Spirulina in hindi
दोस्तों Spirulina (शैवाल) पादप जगत का एक समुंद्री या जलीय पौधा हैं, जो प्रकाश संश्लेषण की क्रिया के द्वारा अपने भोजन का निर्माण करता है। जिसे प्रकृति ने 3.5 अरब वर्ष पहले सुक्ष्म नील हरित शैवाल (एलगी या घास) का स्वरुप दिया था। जिससे वायुमंडल में ऑक्सीजन का उत्पादन हुआ है। चूँकि यह समुद्री शैवाल है, इसलिए इसे जलीय वनस्पति भी कहा जाता है। शैवाल (Spirulina) की खूबियों के कारण 1974 में विश्व खाद्य सम्मेलन में सयुंक्त राष्ट्र ने घोषणा की थी की यह भविष्य का सर्वोतम भोजन है। इसमें विटामिन C को छोड़कर पुरे 45 पोषक तत्त्व पाए जाते है।
मुख्य रूप से शैवाल तीन प्रकार के होते है।
- हरे शैवाल
- लाल शैवाल
- भूरे शैवाल
क्या आप जानते हैं कि कछुआ 300 सौ सालों तक जीवित रहता हैं? सिर्फ ये शेवाल (Spirulina) ही है जिसे खाकर वो पानी के अन्दर इतने सालों तक जीवित रहता है।
Spirulina (शैवाल) के सेवन के फायदे | Spirulina benefits in hindi
2. दोस्तों क्या आपको पता है कि मानव शरीर को रोजाना 46 पोषक तत्वों की जरुरत होती है, जिसमें शैवाल (Spirulina) में सिर्फ विटामिन C को छोड़कर बाकी के सारे 45 पोषक तत्व प्राप्त हो जाते है। सिर्फ आवंले को खाकर भी हम विटामिन C की कमी को पूरी कर सकते हैं, क्योकि आवंला में विटामिन C प्रचुर मात्रा में पाया जाता हैं।* शैवाल (Spirulina) शरीर में प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर बीमारियों से लड़ने की क्षमता अधिक होती है। यह दिल और धमनी को भी स्वस्थ्य रखने में सहायक होता है।
3. शैवाल (Spirulina) हमारे पाचनतंत्र को भी स्वस्थ्य रखने में सहायक होता है। यह हमारे शरीर से विषैले तत्वों को बहार निकालकर प्राकृतिक तरीके से पूर्णतः इसकी सफ़ाई करता है।* यह हमारे शरीर में बेहतर एन्टी औक्सिडेंट सुरक्षा प्रदान कर कैंसर के खतरे को कम करता है।* दोस्तों क्या आप जानते है कि 1000 किलो सब्जियों और फलो को मिलाकर जितना पोषण हमें प्राप्त होता है , उतना सिर्फ 1 किलोग्राम शैवाल (Spirulina) में पाया जाता है।
Spirulina (शैवाल) में पाए जाने वाले तत्व
- शैवाल (Spirulina) एक ऐसा सुपर फ़ूड supplement है जो हमें blood pressure (रक्तचाप) Heart attack या हृदयाघात जैसी समस्याओ से बचाता है इसमें पालक (spinach) से 50 गुणा लौहतत्व (Iron), गाजर (carrot) से 10 गुणा Bita carotene, दूध से 5 गुणा calcium, सोयबीन से 3 गुणा मात्रा में ज्यादा protein पाया जाता है।
- शैवाल (Spirulina) हमारे शरीर में bad कोलेस्ट्रोल level को कम करके blood pressure को मेंटेन रखता है। इसके सेवन से खून की कमी या रक्ताल्पता (एनीमिया) की बीमारी नही होती है, या है तो दूर हो जाती है।
Spirulina (शैवाल) का आर्थिक महत्व एवं व्यावसायिकरण :-
अपने अनूठी विशेषताओं के कारण पादप जगत में पाए जाने वाले सभी पौधों में विशेष महत्व रखता है। यह भी देखा गया है की शैवाल (Spirulina) आर्थिक रूप से भी बहुत महत्वपूर्ण है। इससे संबधित कुछ विशेष जानकारी नीचे दी गई है।
क्या आप जानते हैं कि शैवाल का व्यावसायिकरण कितना लाभकारी है? शैवाल में विध्यमान गुणों के कारण इसका प्रयोग दवा के निर्माण हेतु किया जाता हैं ।बहुत सारी बहुराष्ट्रीय कंपनियो ने इसका टेबलेट बनाया हैं, जो बाजारमें आसानी से उपलब्ध हैं। इसका प्रयोग सौन्दर्य प्रसाधनो को बनाने में भी किया जाता हैं।* क्या आप जानते हैं कि व्यावसायिक स्तर पर इसकी कृषि भारत के लगभग 15 राज्यों में की जाती हैं। बृहत् पैमाने पर इसकी कृषि दक्षिण भारतीय राज्य आंध्रप्रदेश, तेलंगना, कर्नाटक एवं तमिलनाडु होती हैं।
शैवाल को उगने के लिए बीज के साथ–साथ यूरिया, सोडियम क्लोराइड, बाइकार्बोनेट, मैग्नेशियम सल्फेट, फास्फोरिक एसिड, पोटैसियम सल्फेट एवं आयरन सल्फेट की आवश्यकता होती है।साधारण वृक्षों की भांति इसमें भी प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया होती है। प्रायः इसे तैयार होने में 10-15 दिन लगते हैं।
इसके प्रमुख प्रशिक्षण केंद्र हैं : –
- Offer’s Nallayam Research Centre or Sustainable Development, Located in the village Natham, Kanchipuram District, TamilNadu
- TamilNadu Dr. J. Jayalalithaa fisheries university
दोस्तों इतनी सारी खूबियों के बावजूद इसका ज्यादा सेवन एक बार में नही करना चाहिए। बच्चों को इसका सेवन नही करना चाहिए एवं वयस्कों को भी 4 ग्राम से ज्यादा सेवन नही करना चाहिए अन्यथा ये नुकासनदायक भी साबित हो सक्ता हैं।
Spirulina (शैवाल) की उपयोगिता | Shaival ki upyogita in hindi
- इसमें भिन्न-भिन्न प्रकार के पोषक तत्व, वृहत पैमाने पर फाइबर एवं प्रोटीन पाए जाते है जो लोवर को स्वस्थ रखते है।
- इसके सेवन से मानव शारीर की प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune system) मजबूत होती हैं।
- इसमें पाए जाने वाले एन्टी औक्सिडेंट सूजन को कम करने तथा वायरल संक्रमन को रोकने में बहुत कारगर होता है।
- इसमें पाए जाने वाले विटामिन B12 एवं फोलेट एसिड तथा तंत्रिका तंत्र के लिए बहुत ही फायदेमंद होता हैं।
- यह रक्तचाप एवं कोलेस्ट्रोल को नियँत्रित करके मधुमेह रोगियों को लाभ पहुचाता है।
- इसमें प्रचुर मात्र में विटामिन, कैल्सियम, फास्फोरस, आयरन इत्यादि पाया जाता है जो त्वचा के सौन्दर्य के लिए बहुत ही लाभकारी होता हैं।
इसमें एंटी एंजिंग और एक्ने (झाईया) दूर करने की भी क्षमता होती हैं। दोस्तों इसके प्रयोग से हम अपने चेहरे के दाग–धब्बों को दूर करके अपनी खोई हुई खूबसूरती और चमक को वापस पा सकते हैं।
अंततः मैं आपसे यही कहना चाहती हूँ कि इसकी गुणवता और महत्व को देखते हुए इसका सेवेन डॉक्टर के परामर्श के अनुसार करें।
शैवाल का कैप्सूल बाजार में भिन्न-भिन्न कंपनियों द्वारा उपलब्ध है, जैसे पतंजलि का शैवाल कैप्सूल| Vestige कंपनी के शैवाल का कैप्सूल बहुत ही फायदेमंद है। इसका उपयोग करने वालो का कहना है की यह बहुत ही फायदेमंद है।
दोस्तों आप इसका सेवन जरुर करे और इसका लाभ उठाये। ये बाजार में भी उपलब्ध है और इनका ऑनलाइन App भी है जहां से आप इसे खरीद सकते है।
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Bahut hi behad jankari di hai aapna thankyou.